नशा और युवा
हमारा देश की उन्नति तभी संभव है जब हमारे देश का युवा उन्नति की राह पर चले और देश का गौरव बढ़ाये|निर्मल दर्शन नशा मुक्ति केंद्र हल्द्वानी इस राह पर एक बेहतरीन कदम उठा कर देश के युवाओ को सही राह दिखा रहा है वरना अगर देश का युवा ही अपनी सही राह भूल कर नशे की राह पर चले तो लाख कोशिश के बावजूद देश आगे नहीं बढ़ पायेगा ये निश्चित है| आज का युवा नशे में इतना लिप्त हो चूका है की वो सही और गलत पर विचार तक नहीं कर पा रहा है जो एक गहन चिंतंत का विषय है| निर्मल दर्शन नशा मुक्ति केंद्र हल्द्वानी आज एक बड़ा संगठन बनकर सामने आया है जो नशे की मुक्ति का काम आज के युवाओ के जीवन से कर रहा है बाजार में शराब,सिगरेट,गुटखा और अन्य नशा पदार्थ आसानी से उपलब्ध है जिस पर सरकार द्वारा भी चेतावनी लिखी गयी है| फिर भी आज का युवा इसे अपनी खुराक में शामिल करना नहीं छोड़ पा रहा है| निर्मल दर्शन नशा मुक्ति केंद्र हल्द्वानी आज के युवाओं को जागरूक कर ,उनकी मनोस्थिति को समझ उनको इस नशे से दूर कर रहा है|समस्या यह है की नशे के पदार्थ को वयस्क भी बड़े चाव के साथ लेते है जिस से युवा भी प्रभावित होते है| फिर आजकल यह युवाओ के लिए भी फैशन बन गया है|
इसका बहुत बड़ा कारण ये भी है कि हमारा देश तम्बाकू का बड़ा निर्यातक है जिस कारण देश को करोडो का व्यापार होता है|
ये लत युवाओ के उज्जवल भविष्य से खेल युवाओ को एक ऐसा मार्ग की और अग्रसर कर रहा है जहा से युवाओ का वापस आने का मार्ग बंद होता जा रहा है और वह अपनी मानसिक स्थिति से लेकर शारीरिक स्थिति को संभालने में असमर्थ होते जा रहे है| यही कारण है की निर्मल दर्शन नशा मुक्ति केंद्र हल्द्वानी ने मासूम युवाओ को गलत राह से दूर कर उनको एक अच्छी जिंदगी देना का खुद को वचनबद्ध किया है|
वरना हालात इतने बिगड़ चुके है कि घरो के घर बर्बाद होते जा रहे है नशे की हालत में घर जाकर घर के माहौल में अशांति करना और नशे में रहकर घर में मारपीट करना एक समस्या का विषय है जिसका परिणाम ये होता है की घर की आर्थिक स्थिति तो खराब होती ही है साथ में परिवारजन की मनोस्थिति पर भी गहरा प्रभाव पड़ता है |इस समय पर किसी का सहारा होना ही निर्मल दर्शन नशा मुक्ति केंद्र हल्द्वानी का ध्येय बन चूका है|
नशा परिवार में बच्चो पर इतना गहरा प्रभाव छोड़ता है कि बच्चे अपने भविष्य से पिछले प्रभाव को भुलाने में एक लम्बा समय लगा देते है इसके बावजूद भी बच्चे अपने मनोदशा को इतना बेहतर नहीं बना पाते जितना कि एक स्वस्थ बच्चे की मनोदशा |
निर्मल दर्शन नशा मुक्ति केंद्र हल्द्वानी
नशे की ओर आजकल नाबालिक बच्चे ज्यादा आकर्षित हो रहे है | उनके लिए नशा एक प्रदर्शन का जरिया बन गया है जिस कारण बच्चा अपने माता-पिता और शिक्षा से बहुत दूर जा चूका है| नशा इस प्रकार अपने दुष्परिणाम दिखाता की जाने कितनी ही जिंदगियाँ तहस-नहस कर जाता है|
और परिवार की सामाजिक स्थिति समाज के बिच सिर्फ मज़ाक बन कर रहा जाती है और माता-पिता शर्मसार की जिंदगी बिताने पर मजबूर है |
निर्मल दर्शन नशा मुक्ति केंद्र हल्द्वानी नशा का कारण जान उसकी तह तक जाकर उसके मुक्ति के लिए कार्यरत है और न जाने कितने ही युवाओ को नशा मुक्त कर उनको एक अच्छी जिंदगी भी प्रदान कर चूका है| आज नशा मुक्त होकर कई युवा अपनी जिंदगी को बेहतर तरह जी रहे है|